Most Expensive Car : मोटरस्पोर्ट्स की दुनिया में इतिहास रचने वाली एक असाधारण घटना घटी है। सबकी सोच और उम्मीद को लांघते हुए एक न्य कीर्तिमान स्थापित हुआ है। एक गाडी इतने में बिकी है जितनी कीमत में आपका एक पर्यवेट जेट हो सकता है। आइए जानते है इस असाधारण कार के बारे में विस्तार से…
Most Expensive Car
1954 Mercedes-Benz W196 R Stromlinienwagen:
एक विंटेज स्पोर्ट्स कार 1954 मॉडल की Mercedes-Benz W196 R Stromlinienwagen नीलामी में बिकने वाली अब तक की सबसे महंगी Formula 1 कार बन गई है। 1 फरवरी, 2025 को Stuttgart में Mercedes-Benz संग्रहालय में आयोजित एक विशेष नीलामी में इस प्रतिष्ठित F1 कार ने €51 मिलियन (लगभग ₹456 करोड़) की चौंका देने वाली कीमत हासिल की।
नीलामी की दुनिया में रिकॉर्ड
Mercedes-Benz W196 R की बिक्री ने नीलामी की दुनिया में एक नया बेंचमार्क स्थापित किया है। यह अब तक की सबसे महंगी F1 कार होने का रिकॉर्ड बनाया है, जिसने पिछली सभी बिक्री को पीछे छोड़ दिया है। हालाँकि, यह नीलामी में बेची गई दूसरी सबसे मूल्यवान कार है, जो कि प्रसिद्ध 1955 Mercedes 300 SLR Uhlenhaut Coupe से ठीक पीछे है, जिसे 2022 में ₹1,266 करोड़ में नीलाम किया गया था।
एक शानदार रेसिंग विरासत
W196 R सिर्फ़ एक महंगी कार नहीं है; यह रेसिंग इतिहास का एक हिस्सा है। इसका चेसिस नंबर ‘00009/54’ है और इसे कभी कोई और नहीं बल्कि पांच बार के Formula 1 वर्ल्ड चैंपियन Juan Manuel Fangio चलाते थे। Fangio ने 1955 के Buenos Aires Grand Prix में इस कार को दौड़ाया था, जिससे इसकी पहचान और भी बढ़ गई।
लेकिन Fangio ही एकमात्र ऐसे दिग्गज नहीं थे जिन्होंने इसे चलाया था। 1955 में Monza में हुए Italian Grand Prix के दौरान एक और F1 आइकन Sir Stirling Moss ने भी इस कार को चलाया था। इन रेसिंग दिग्गजों ने W196 R को Motorsport विरासत का एक अपूरणीय हिस्सा बना दिया है। Most Expensive Car
रेसट्रैक से संग्रहालय तक
अपने सफल रेसिंग करियर के बाद, Mercedes-Benz ने 1965 में W196 R को Indianapolis Motor Speedway संग्रहालय को दान कर दिया। लगभग छह दशकों तक, कार को दुनिया भर के प्रमुख Automotive इवेंट में प्रदर्शित किया गया। इसने Pebble Beach Concours d’Elegance जैसे प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में भी विशेष उपस्थिति दर्ज कराई, जहाँ Classic Cars को उनके डिज़ाइन और इतिहास के लिए मनाया जाता है।
अपने समय का इंजीनियरिंग चमत्कार
W196 R सिर्फ़ गति के बारे मशहूर नहीं थी, बल्कि यह इंजीनियरिंग की एक उत्कृष्ट नमूना थी। इसमें 2.5-liter Straight-Eight इंजन लगा था, जो Direct Fuel Injection और अडवांस्ड Valve Actuation तकनीक से लैस था। यह शक्तिशाली इंजन 290 Horsepower तक की शक्ति उत्पादन कर सकता था, जो उस समय के लिए एक प्रभावशाली आंकड़ा था।
कार के स्लीक Bodywork को Aerodynamics को बढ़ने के लिए डिज़ाइन किया गया था, जिससे इसे 1950 के दशक के F1 सर्किट पर हावी होने वाली टॉप स्पीड प्राप्त करने में मदद मिली। इसके सुव्यवस्थित आकार और अत्याधुनिक तकनीक ने इसे Formula 1 रेसिंग में एक सच्चा अग्रणी बना दिया।