car loan emi : भारत में लोगों को बारीकी से पढ़ने की आदत नहीं है। ऐसे में उन्हें कई जगहों पर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हम उन नियमों और शर्तों को अलग-अलग जगहों पर नहीं पढ़ते हैं जैसे विभिन्न फॉर्म भरना, कोई बिजनेस डील करना, लोन लेना। अधिकांश समय हम इन शब्दों को नहीं पढ़ते क्योंकि ये अंग्रेजी भाषा में होते हैं। हमारे आसपास अक्सर ऐसा होता है कि, कोई व्यक्ति कर्ज लेकर नई कार खरीदता है। और कुछ वित्तीय कठिनाइयों के कारण कार बीमा का भुगतान करना असंभव हो जाता है।
ये भी पढे : 14 लाख रुपये की मारुति ब्रेज़ा मिल रही है सिर्फ 97 हजार में; आज ही घर लाएं
ऐसे में रिकवरी एजेंट आते हैं और कार ले जाते हैं। अंततः ग्राहक हताश हो जाता है। लेकिन हमें लगता है कि भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। आइए अब जानते हैं कि उपभोक्ताओं के वास्तविक अधिकार क्या हैं।
1) रिकवरी एजेंट आपका वाहन नहीं ले सकते। उनके पास यह अधिकार नहीं है।
2) अगर आप ईएमआई नहीं भरते हैं तो बैंक की ओर से आपको रिमाइंडर कॉल दिया जाता है।
3) अगर आप इसके बाद भी ईएमआई नहीं चुकाते हैं तो आपको बैंक से एक लेटर मिलता है। या प्रतिनिधि आ सकते हैं।
4) यदि आप लगातार 4 महीने तक ईएमआई डिफॉल्ट करते हैं तो बैंक आपकी कार को दस्तावेज़ कार्रवाई के रूप में ले सकता है।
जरूर पढे : कम हो गई इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग; पेट्रोल-डीजल के मुकाबले इलेक्ट्रिक वाहनों में 80% ज्यादा समस्याएं
(बाईक-कारों पर ऑफ़र, जानकारी और सभी News प्राप्त करने के लिए लिंक पर क्लिक करके ‘द गाडीवाला’ व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें : https://chat.whatsapp.com/E9lHqMYxbmv8DgIVKEyaQ9 )