Elon musk and India : भारत में Electric Vehicles (EVs) का क्रेज़ बढ़ता ही जा रहा है और अब Tesla की एंट्री को लेकर ज़बरदस्त हलचल मची हुई है। इस बीच खबर आ रही है कि सरकार Tesla और अन्य कंपनियों को आकर्षित करने के लिए नई EV पॉलिसी में बदलाव करने की योजना बना रही है। आइए जानते हैं क्या कुछ नया हो सकता है।
Tesla की एंट्री और सरकार की नई पॉलिसी
Elon Musk की कंपनी Tesla इस साल भारत में एंट्री करने की तैयारी में है और इसी के चलते सरकार EV मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए नई पॉलिसी में बदलाव कर सकती है। खबरों के मुताबिक, इस संशोधित पॉलिसी में कार मैन्युफैक्चरर्स को दूसरे साल में ही 2500 करोड़ रुपये का टर्नओवर दिखाना अनिवार्य किया जा सकता है। साथ ही, सरकार import duty में और राहत देने पर भी विचार कर रही है।
EV पॉलिसी में क्या होगा नया
सरकार मार्च के मध्य तक इस नई EV पॉलिसी को लागू करने की योजना बना रही है। बताया जा रहा है कि अगस्त तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे और उसके बाद ही import की प्रक्रिया शुरू होगी। हालांकि, Tesla भारत में तुरंत मैन्युफैक्चरिंग शुरू नहीं करेगी, बल्कि शुरुआत में अपनी गाड़ियों को Berlin Gigafactory से import करेगी और धीरे-धीरे लोकल प्रोडक्शन बढ़ाएगी।
अन्य ऑटो कंपनियों की नजर भी EV पॉलिसी पर
Tesla के अलावा, कई अन्य बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां भी सरकार की इस नई EV पॉलिसी में दिलचस्पी दिखा रही हैं। सरकार ने मार्च 2024 में जो पॉलिसी घोषित की थी, उसमें कुछ शर्तों के साथ customs duty को 15 प्रतिशत तक कम कर दिया गया था। इसके अलावा, EV मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए कम से कम 4150 करोड़ रुपये के निवेश की शर्त रखी गई थी। कंपनियों को तीन साल के भीतर उत्पादन शुरू करना होगा और पांच साल के भीतर 50 प्रतिशत domestic value addition (DVA) हासिल करना अनिवार्य होगा।
Tesla का भारत में प्लान
Tesla भारत में एक top-down approach अपनाने वाली है, यानी पहले महंगी कारें लॉन्च की जाएंगी और फिर किफायती मॉडल्स उतारे जाएंगे। खबरों के मुताबिक, कंपनी शुरुआत में Model Y को Berlin Gigafactory से पूरी तरह से निर्मित गाड़ी के रूप में import करेगी, क्योंकि यह European यूनिट में right-hand drive configuration के साथ बनाई जाती है।
Tesla भारत में कहां खोलेगी अपने शोरूम
Tesla पहले से ही Pune में अपना ऑफिस सेटअप कर चुकी है और अब कंपनी भारत में अपने पहले शोरूम के लिए जगह तलाश रही है। बताया जा रहा है कि Tesla Mumbai के Bandra-Kurla Complex (BKC) और Delhi के Aerocity में अपनी पहली डीलरशिप खोलने की योजना बना रही है।
Tesla की एंट्री से भारत के EV मार्केट को जबरदस्त बूस्ट मिलने वाला है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत का EV बाजार 2030 तक 40 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी हासिल कर सकता है और 100 बिलियन डॉलर का राजस्व पार कर सकता है। अब देखना यह होगा कि सरकार की नई EV पॉलिसी में क्या बड़े बदलाव देखने को मिलते हैं और Tesla किस तरह भारतीय बाजार में अपनी पकड़ बनाती है।