Mahindra vs Indigo : भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने अपनी नई EV लाइनअप में कथित ट्रेडमार्क उल्लंघन के लिए Mahindra Electric के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है।
Mahindra vs Indigo
इंडिगो ने ‘6E’ के इस्तेमाल को लेकर महिंद्रा को चुनौती दी
एक कानूनी लड़ाई में, Indigo Airlines ने हाल ही में अनावरण की गई इलेक्ट्रिक SUV BE 6e में ‘6E’ नाम के कथित अनधिकृत उपयोग को लेकर Mahindra & Mahindra के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। विवाद “6E” के ट्रेडमार्क उल्लंघन पर केंद्रित है, जो Indigo के आधिकारिक कॉलसाइन और ब्रांडिंग पहचानकर्ता के रूप में कार्य करता है। (Mahindra vs Indigo)
विवाद की पृष्ठभूमि
पिछले हफ़्ते, Mahindra & Mahindra की सहायक कंपनी Mahindra Electric Automobile Limited ने अपनी इलेक्ट्रिक Origin रेंज के तहत दो इलेक्ट्रिक SUVs पेश कीं: XEV 9e और BE 6e। इस लॉन्च के बाद, Indigo ने दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसमें दावा किया गया कि Mahindra द्वारा “6E” का उपयोग उसके सुस्थापित ट्रेडमार्क का उल्लंघन करता है। मामले की सुनवाई 9 दिसंबर, 2024 को होनी है, और आगे की कार्यवाही फरवरी 2025 में होने की उम्मीद है।
Indigo के लिए ‘6E’ क्यों महत्वपूर्ण है?
Indigo Airlines ने अपनी ब्रांड पहचान “6E” कॉलसाइन के इर्द-गिर्द बनाई है। यह इस उपनाम का इस्तेमाल कई सेवाओं के लिए करता है, जैसे:
- 6E Prime: प्राथमिकता बोर्डिंग और मानार्थ स्नैक्स की पेशकश।
- 6E Flex: लचीले बुकिंग संशोधन और रद्दीकरण की अनुमति।
- 6E Add-ons: अतिरिक्त सामान, पूर्व-बुक किए गए भोजन और लाउंज तक पहुंच जैसी सुविधाएँ।
Indigo ने 2015 में कई सेवाओं के लिए ट्रेडमार्क “6E Link” पंजीकृत कराया, जिससे इस शब्द पर उसके विशेष अधिकार मजबूत हो गए।
Mahindra का ट्रेडमार्क अनुमोदन
25 नवंबर, 2023 को Mahindra ने वाहनों को कवर करने वाले क्लास 12 के तहत ट्रेडमार्क “BE 6E” को सफलतापूर्वक पंजीकृत किया। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा अनुमोदित इस पंजीकरण ने अब Indigo के साथ कानूनी संघर्ष को जन्म दिया है।
समस्या के समाधान के प्रयास
Indigo का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप सेठी ने बताया कि Mahindra ने इस मामले पर चर्चा करने के लिए संपर्क किया है। हालांकि, कानूनी कार्यवाही अभी भी जारी है और विवाद का समाधान अदालत के फैसले पर निर्भर करेगा।
दोनों ब्रांडों के लिए निहितार्थ
यह कानूनी विवाद प्रतिस्पर्धी उद्योगों में ब्रांड पहचान की रक्षा के महत्व को उजागर करता है। जहां Mahindra की BE 6e EV सेक्टर में अपनी पहचान बनाना चाहती है, वहीं Indigo अपनी स्थापित ब्रांड इक्विटी की सुरक्षा पर अडिग है।