Electric Vehicle Disadvantages : क्या इलेक्ट्रिक-वाहन सच में पर्यावरण के लिए अच्छे हैं? जानिए फायदे और नुकसान

electric vehicle disadvantages : वर्तमान में बाजार में ऐसे इलेक्ट्रिक वाहन हैं जो पर्यावरण के अनुकूल हैं। पेट्रोल और डीजल जैसे वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण पिछले कुछ दिनों में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ी है। हालांकि इलेक्ट्रिक वाहनों की अभी भी मांग है, फिर भी कुछ चीजें हैं जो इन वाहनों में कमी हैं। बैटरी की तरह… कई बार बैटरी चार्ज करने के दौरान इन वाहनों में आग लगने की घटनाएं भी हो चुकी हैं। कई लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते समय इस आग के डर पर विचार करते हैं। ये आग की घटनाएं केवल दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में हुईं।

जब चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बात आती है, तो इन वाहनों के लंबी यात्रा के लिए चार्जिंग स्टेशन की उपलब्धता नहीं हैं। ऐसे में समय पर चार्जिंग की सुविधा कैसे और कहां मिलेगी? वर्तमान में उपलब्ध जो भी चार्जिंग स्टेशन है वह स्लो चार्जिंग हैं। यानी कुछ स्टेशनों पर चार्जिंग में 2 घंटे से ज्यादा का समय लग सकता है।

अब कुछ और पॉइंट पर देखते हैं :- 

1) वर्तमान में इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग लंबी यात्रा के लिए नहीं किया जा सकता है क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज, क्या वाहन वास्तव में इतना रेंज प्रदान कर सकते हैं? बहुत लोगो को इस बात पे शक है। इसलिए इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल फिलहाल ऑफिस आने-जाने के लिए ही किया जा सकता है।

2) सरकार और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियों का दावा है कि इलेक्ट्रिक वाहन पर्यावरण के अनुकूल हैं और इससे वायु प्रदूषण नहीं होता है। लेकिन क्या यह सच है? तो नहीं…
क्योंकि इन कारों में लगी बैटरियों को पूरी तरह से रिसाइकल नहीं किया जा सकता है और अगर करा भी जा सके तो ऐसी व्यवस्था अभी देश में उपलब्ध नहीं है, इसलिए ये इलेक्ट्रिक वाहन पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल नहीं हैं। एक और बात यह है कि कुछ लोगों का दावा है कि ये वाहन कुछ हानिकारक गैसों का उत्सर्जन करते हैं।

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3) वर्तमान में बाजार में मौजूद इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों को बार-बार बदलने की आवश्यकता होती है और नई बैटरी को बदलने की लागत बहुत अधिक होती है। इतने पैसे में नया चौपहिया वाहन खरीदा जा सकता है, नई बैटरी लगाने में फिलहाल इतना खर्च आता है।

4) चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध नहीं हैं और जहां है वहा फास्ट चार्जिंग की सुविधा नहीं है। एक चार्जिंग स्टेशन पर चार्जिंग में कम से कम 1 घंटा लगता है। हमें निश्चित तौर पर तब इंतजार करना होगा जब चार्जिंग के लिए कोई कार पहले से ही वहां मौजूद हो।

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