नई दिल्ली :
ड्राइविंग लाइसेंस बनाना थोड़ी लंबी और कठिन प्रोसेस है। इस प्रोसेस में, आवेदन करें, परीक्षा दें, ड्राइविंग टेस्ट के लिए नंबर दें, फिर अपने ड्राइविंग टेस्ट होने की प्रतीक्षा करें, फिर टेस्ट दें, और उस ड्राइविंग टेस्ट को पास करने के बाद आपको लाइसेंस(Driving Licence) मिल जाएगा। इसमे बहोत वक्त बरबाद होता है, ड्राइविंग टेस्ट के लिए वेटिंग पीरियड एक बड़ी समस्या है।
इसी समस्या को लेकर दिल्ली के केजरीवाल सरकारने समाधान एक खास इंतजाम किए हैं। अब केजरीवाल सरकार दिल्ली में ऑन-लाइसेंस बनवाने वालों के लिए बेहतर इंतजाम करने जा रही है। आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से
दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग फेसलेस सेवाओं (Delhi Govt Faceless Services) और स्वचालित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक (Automated Driving Test Track) सुविधाओं को अधिक आरामदायक और सुविधाजनक बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
दिल्ली सरकार सिर्फ यहीं नहीं रुक रही है, वह नागरिकों की प्रतीक्षा अवधि को कम करने के लिए स्वचालित परीक्षणों के लिए पटरियों की संख्या मौजूदा 12 से बढ़ाकर 20 कर देगी।
साथ ही, दिल्ली सरकार ने सराय काले खान में एक IDTR (इंस्टीट्यूट फॉर ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च) की स्थापना की है। यह हर महीने करीब 2500 लोगों को ड्राइविंग से जुड़ी विभिन्न चीजों का प्रशिक्षण देता है। साथ ही, दिल्ली, लोनी और बुराड़ी में दो चालक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किए गए हैं।