200 रुपयों का खर्चा करोगे तो बचेंगे लाखो, वरना भंगार में जाएगी आपकी लाखों की कार!
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नए नियमों का ऐलान किया है. जिसके चलते आपको आपकी गाडी के लिए एक फिटनेस पॉलिसी लेनी होगी ताकि 15 साल पुराने सभी वाहन कबाड़खाने में भेजने न पड़े। इस नए नियमों के अनुसार अब नए सिरे से सभी पुराने अनफिट वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
15 साल से ज्यादा पुराने सभी वाहनों के लिए 1 अप्रैल से नए नियम आ रहे हैं। राज्य परिवहन विभाग स्क्रैपिंग नीति को लागू करने के लिए तैयार है। अगर वाहन 15 साल पुराना है तो वह सड़क पर नहीं चल पाएगा।
ऐसे वाहनों के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य है। फिटनेस सेंटर में अगर आपकी गाडी फेल होती है तो उसे स्क्रेपेज के लिए भेजा जाएगा। देशभर में वाहनों की फिटनेस जानने के लिए कम्प्यूटरीकृत फिटनेस सेंटर शुरू करने की तैयारी शुरू हो गई है।
परिवहन विभाग ने अब तक निर्धारित मानदंडों के आधार पर कुल 240 निजी फिटनेस सेंटर स्वीकृत किए हैं। इसके काम करने के तरीके पर अभी प्लानिंग चल रही है।
निजी कंपनियों को अधिकतम 10 निजी फिटनेस सेंटर खोलने की अनुमति है। सूत्रों के मुताबिक निजी फिटनेस सेंटर में 200 रुपए फीस देकर 15 साल पुराने वाहन की फिटनेस पता की जा सकती है। वाहन मालिक को दो मौके दिए जाएंगे। यदि वाहन दूसरी बार फिट नहीं होता है तो वाहन को कबाड़खाने में भेज दिया जाएगा।
इतना ही नहीं, नया वाहन खरीदने पर रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस में छूट देने के लिए प्रोत्साहन देने पर भी विचार किया जा रहा है। स्क्रैपिंग पॉलिसी के तहत पूरे देश में पहली बार गुजरात में निजी फिटनेस सेंटर शुरू किए जाएंगे। इसके बाद देशभर में यह सेंटर खोले जाएंगे।
संभावना है कि इसी हफ्ते केंद्र सरकार से फिटनेस सेंटर की मंजूरी मिल जाएगी। पहला फिटनेस सेंटर सूरत में शुरू किया जाएगा। निजी फिटनेस सेंटर में वाहन की फिटनेस जानने के बाद वाहन मालिक को फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जाएगा।