नई दिल्ली: दुनियाभर में बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों के मार्केट में बड़ी बढोत्तरी देखने मिल रही है। हर हप्ते कोई न कोई नई EV मार्केट में उपब्ध हो रही है। हालाँकि इसी बिच इन गाड़ियों में समस्यांए है। हमने पिछले कुछ महीनों में कई बार सुना देखा है, EV बाइक्स की बैटरी में आग लगना और ब्लास्ट होना।
गैरतलब है कि इसी बिच टाटा की नेक्सॉन EV को भी आग लगने की खबर आई थी। उसपर यही कंपनी द्वारा इन्वेस्टिगेशन किया जा रहा है।
EV में खराबी का मुख्या कारण होता है इसकी ठीक से टेस्टिंग न करना। क्योंकि अभी सभी कंपनिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों के मार्केट में अपना रुतबा बढ़ाना चाह रही है। जिस वजह से वे गाड़ियों की टेस्टिंग में ज्यादा समय खर्च नहीं करना छाती है। ताकि, बाजार में उनकी गाडी से पहले दूसरी गाडी न आगे निकल जाए, इस वह से इन गाड़ियों में काफी कमियाँ देखने मिल रही है।
इसी बिच खबर यही की बड़ी कार निर्माता कंपनी Toyota ने अपनी गाड़ियों में चल रही खराबियों को लेकर अपनी 2700 EV गाड़िया वापिस मंगवाई है। आइए इस खबर को विस्तार से जानने की कोशिश करते है।
यह भी पढ़े: देश का पहला मामला; Tata की ‘इस’ मशहूर EV कार में लगी आग
क्यों वापिस मंगाई गाड़ियाँ ?
कार के पहियों को लेकर लगातार हो रही शिकायतों को देखते हुए कंपनी ने अपनी २७०० EV गाड़िया लेना का बड़ा फैसला लिया है। कंपनी के प्रतिनिधियों के अनुसार, टोयोटा की bZ4X इलेक्ट्रिक एसयूवी को जापान में लॉन्च हुए दो महीने से भी कम समय हो गया है।
कंपनी ने कहा कि सुरक्षा कारणों से अमेरिका, यूरोप, कनाडा और जापान में बिकने वाली सभी टोयोटा इलेक्ट्रिक कारों ने अपने पहियों की समस्या को खत्म करने के लिए सभी गाड़ियों को रिकॉल किया है।
बड़े हादसे की संभावना :
टोयोटा के P.R.O. के मुताबिक कंपनी ने इलेक्ट्रिक कार को वापस बुलाने का फैसला किया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अगर गाड़ी चलाते समय कार के पहिए अलग हो जाते हैं, तो इससे चालक नियंत्रण खो सकता है और दुर्घटना का कारण बन सकता है। कंपनी ने इस समस्या से दूर रहने का फैसला किया है।